International Journal of Innovative Research in Engineering & Multidisciplinary Physical Sciences
E-ISSN: 2349-7300Impact Factor - 9.907

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भारत की संघीय व्यवस्था :एक परिचय

Authors: Devender Kumar Salwan

Country: India

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Abstract: केन्द्र राज्य के मध्य राजस्व के विभाजन के आधारभूत सिद्धान्त है:- कार्य क्षमता, पर्याप्तता तथा उपयुक्तता। इन तीनों उद्धेष्यों की एक साथ ही प्राप्ति अत्यन्त कठिन थी, अतः भारतीय संविधान में समझौते की चेष्टा की गई। संघवाद एक इंद्रधनुष की भांति होता है जहाँ प्रत्येक रंग का अलग अस्तित्व होता है लेकिन ये सभी रंग मिलकर एक सुन्दर और सद्भावपूर्ण दृष्य उपस्थित करते है। संघीय व्यवस्था केन्द्र और राज्यों के बीच संतुलन बनाये रखने का कठिन कार्य करती है कोई भी कानूनी या संस्थानिक फार्मूला संघीय व्यवस्था के सुचारू रूप से कार्य करने की गारंटी नही दे सकता। इसकी सफलता के लिए जनता और राजनीतिक प्रक्रिया को पारस्परिक विष्वास, सहनषीलता तथा सहयोग की भावना एकता और अनेकता दोनों का आदर करता है। अनेकता और विभिन्नताओं को समाप्त कर राष्ट्रीय एकता के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता। ऐसी बाधाकारी एकता वास्तव में और ज्यादा सामाजिक संघर्ष तथा अलगाव को जन्म देती है जो अंत में एकता को ही नष्ट कर देती है विभिन्नताओं और स्वायत्तता की मांगों के प्रति संवेदनषील तथा उत्तरदायी राजनीतिक व्यवस्था ही सहयोगी संघवाद का एकमात्र आधार हो सकती है।
भारतीय लोकतांत्रिक राजनीति में विषेष रूप से 90 के बाद के दषक में संघवादी प्रवृत्ति में संघीयकरण यानि फेडरलाईजेषन की प्रवृत्ति ही देखी गई है जिसमें हरित संघवाद की भी सुगबुगाहट महसूस की जाने लगी है। संघीय राजनीति को देखने व उसकी प्रवृत्तियों का अवलोकन करने से प्रतीत होता है कि संघीय राजनीति के पीछे संघवाद रूपी शब्दावली कार्य करती है। संघवाद शब्द का प्रयोग समयानुसार भिन्न-भिन्न संदर्भों में किया गया है। वास्तव में शाब्दिक व वैचारिक प्रयोग ने इसके अर्थ को विकृत कर दिया है। सिद्धान्त रूप में, संघवाद राज्य का वह संघटनात्मक स्वरूप है जिसमें किसी समाज में राष्ट्रीय एकता तथा क्षेत्रीय स्वायत्तता के बीच एक संतुलन स्थापित किया जाता है यह एक प्रक्रिया है जिसमें कुछ स्वतंत्र राजनीतिक इकाईयंा एक ऐसा प्रबन्ध करती है। जिसमें वे सामान्य समस्याओं के लिए संयुक्त नीतियंा बनाकर व संयुक्त निर्णय करके उनका समाधान कर सके।

Keywords:


Paper Id: 230055

Published On: 2023-03-04

Published In: Volume 11, Issue 2, March-April 2023

Cite This: भारत की संघीय व्यवस्था :एक परिचय - Devender Kumar Salwan - IJIRMPS Volume 11, Issue 2, March-April 2023.

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